Guru Purnima 2022 पर बन रहे हैं 4 राजयोग, जनिये

आषाढ़ शुक्ल पूर्णिमा को गुरु पूर्णिमा भी कहा जाता है. ज्योतिषी कहते हैं कि गुरु पूर्णिमा के दिन गुरु के आशीर्वाद से धन-संपत्ति, सुख-शांति और वैभव का वरदान पाया जा सकता है.

हिंदू धर्म की मान्यताएं के अनुसार, आषाढ़ माह की पूर्णिमा पर महर्षि वेदव्यास का जन्म हुआ था, इसलिए इसे व्यास पूर्णिमा भी कहते हैं.

उन्हें वेदों को चार श्रेणियों में वर्गीकृत करने के लिए जाना जाता है - ऋग्वेद, सामवेद, अथर्ववेद और यजुर्वेद

इस दिन से ऋतु परिवर्तन भी होता है. इस दिन शिष्य अपने गुरु की विशेष पूजा करते हैं

भारत में इस दिन को बहुत जोश के साथ मनाया जाता है, जबकि नेपाल के लोग इसे 'शिक्षक दिवस' के रूप में मनाते हैं ताकि बच्चों को ज्ञान के मार्ग पर ले जाने वाले शिक्षकों के प्रति सम्मान व्यक्त किया जा सके

इस साल गुरु पूर्णिमा का पर्व 13 जुलाई को मनाया जाएगा. रुचक, भद्र, हंस और शश नाम के चार विशेष योग इस बार गुरु पूर्णिमा को खास बना रहे हैं

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